DPIIT की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार भारत की थोक महंगाई जुलाई में सालाना आधार पर कम होकर 2.04 प्रतिशत रही, जबकि जून में यह 16 महीने के उच्चतम स्तर 3.36 प्रतिशत पर थी.
वर्क फ्रॉम होम करने वालों की क्यों जाएगी नौकरी? शेयर बाजार में क्यों आ रही है तेजी? सोने में आई कितनी गिरावट? थोक महंगाई कहां पहुंची? चुनाव बाद कितना बढ़ेगा मोबाइल खर्च? EPFO ने दी क्या नई सुविधा? अनवॉन्टेड कॉल्स पर कैसे लगेगी लगाम? जानने के लिए देखें MoneyTime का लेटेस्ट एपिसोड.
वाणिज्य मंत्रालय की ओर से आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में महंगाई दर में 1.26 फीसद का उछाल देखने को मिला है
फरवरी में कितनी घटी थोक महंगाई? कितना होगा इस साल चीनी उत्पादन? DDA लेकर आया कौन सी नई स्कीम? यूपी रेरा ने दी घर खरीदारों को क्या सौगात? कहां हो रही है सबसे ज्यादा वाहन चोरी? किन बैंकों पर लगा जुर्माना? टाटा कहां देगी नौकरी? जानने के लिए देखें MoneyMorning का लेटेस्ट एपिसोड.
इस साल जनवरी में थोक महंगाई दर घटकर 0.27 फीसद आ गई है
Wholesale inflation down by minus 0.52 percent in October
सितंबर 2022 में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 10.55 फीसद थी.
Wholesale Price Inflation in September: WPI लगातार छठे महीने में दहाई अंकों में रहा. अगस्त में यह 11.39 प्रतिशत था. सितंबर 2020 में WPI 1.32 फीसदी था
जुलाई में लगातार तीसरे महीने खाद्य वस्तुओं के दाम कम हुए हैं. जुलाई में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति ‘शून्य’ रही. यह जून में 3.09% थी.
WPI Inflation: कच्चे तेल की कीमतों की वजह से पेट्रोल, डीजल के दाम भी बढ़े हैं जिसका असर WPI पर दिखा. आज शाम को रिटेल महंगाई के आंकड़े भी जारी होंगे